Tuesday, April 12, 2011

मुझे ना कहो बेशर्म,


1)मुझे ना कहो बेशर्म,
चमचागिरी हे मेरा धर्म,
बिना रीढ़ का हूँ में बन्दा,
मेडम के कहने से करता धंधा ,
कुर्सी मुझे हे बहुत प्यारी ,
...भाड़ में गई इमानदारी.


2)नैतिकता...?
भ्रष्टाचार...?
प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह....?
कांग्रेस...?
लोकतंत्र...?
...भारत...?

"एकमात्र उत्तर - सोनिया गांधी को भारत से निकाल बाहर किया जाये" - क्या आप सहमत हैं...?

3)भ्रस्टाचार में आकंठ डूबी यह सरकार देश के माथे पर बदनुमा दाग है, कलंक है, विकिलीक्स के हालिया खुलासों ने देश के सम्मान को चौराहे पर ला खड़ा किया है| रिश्वत के बल बार बनी और बची इस सरकार को अब एक क्षण भी बने रहने का अधिकार नहीं है

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