याद रखे ,रात के अंतिम प्रहर में ही सबसे ज्यादा अंधकार होता हँ !इस अंधकार से घबराए नहीं ,विश्वाश रंखे कि सवेरा होने ही वाला हँ ! आपके जीवन में भी सवेरे कि भूमिका बन रही हँ. खुशियाँ कि चिड़िया चहकने वाली हँ ! थोडा इंतज़ार और कर ले ! ज्ञान के साथ-साथ आनंद की मौज भी ले सकते हँ !बस इतना ध्यान रखे कि सब कुछ अच्छा -अच्छा ही नहीं होता, खासतौर पर, जब नींद न आये तब !
Ravi Kasana
vill & Po- jawli ,Ghz
ravikasana_1984@yahoo.com
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